शिक्षा

एमिटी विश्वविद्यालय में वार्षिक इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट एंड पोस्टर प्रस्तुतीकरण ‘‘ टेक्नोवेट 2025’’ का आयोजन l

नोएडा llछात्रों की शोध, रचनात्मकता और नवाचार क्षमताओं को बढ़ावा देने के साथ उन्हे उद्योगों की समस्याओं के निवारण हेतु प्रेरित करने के लिए एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी द्वारा वार्षिक इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट एंड प्रोस्टर प्रस्तुतीकरण ‘‘ टेक्नोवेट 2025’’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मारकॉम सोपरा स्टेरिया के निदेशक प्रो तरूण सिंघल, एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह, एमिटी विश्वविद्यालय के एडिशनल प्रो वाइस चांसलर डा संजीव बंसल और एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक डा मनोज पांडेय द्वारा किया गया। इस अवसर पर इजीनियिरिंग के छात्रों द्वारा 300 से अधिक बेहतरीन शोध प्रोजेक्ट और पोस्टर प्रस्तुत किये गये।

मारकॉम सोपरा स्टेरिया के निदेशक प्रो तरूण सिंघल ने कहा कि आपके द्वारा विकसित की गई यह तकनीकी केवल प्रोजेक्ट नही है बल्कि आपके नवाचार करने के एक नये युग का प्रारंभ है। जीवन में लक्ष्य निर्धारित करे और अपने लक्ष्य (।प्ड) को पूरा करने का प्रयास करें। । AIM यादगार नवाचार को प्राप्त करने के लिए एक रणनीतिक रूपरेखा का प्रतिनिधित्व करता है। A का अर्थ है आकांक्षा, नवाचार के लिए एक स्पष्ट और महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करना। I का अर्थ है नवाचार, नए और बेहतर उत्पाद, सेवाएँ या प्रक्रियाएँ बनाने की प्रक्रिया। अंत में, M यादगार का प्रतीक है, यह सुनिश्चित करता है कि नवाचार एक स्थायी प्रभाव छोड़े और अपने मूल्य और प्रभाव के लिए याद किया जाए। प्रो सिंधल ने कहा कि नवाचार, अकादमिक और उद्योगों को जोड़ने का माध्यम है जो आपके लिए सफलता के नये राह खोलेगा।

एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह ने कहा कि हमें अपने छात्रों पर गर्व है आज के शोधार्थी छात्र कल के उद्यमी बनेगें। यह कार्यक्रम आपको उद्योगो की अपेक्षाओे के करीब ले जायेगा। एमिटी मे ंहम छात्रों को शोध व नवाचार के लिए प्रेरित करते है और अपने विद्यालयी छात्रों को प्रोजेक्टों को देखने व समझने का अवसर प्रदान करते है। आज इस कार्यक्रम में भी वार्षिक इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट एंड प्रोस्टर प्रस्तुतीकरण ‘‘ टेक्नोवेट 2025’’ में एमिटी इंटरनेशनल स्कूल नोएडा और एमिटी इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 43 गुरूग्राम के छात्र मौजूद है। हम छात्रों को वैश्विक अनावरण व छात्रवृत्ति प्रदान करते है जिससे उनका विकास हो

एमिटी विश्वविद्यालय के एडिशनल प्रो वाइस चांसलर डा संजीव बंसल ने कहा कि उद्योग, अकादमिक के सबसे बड़े हितधारक है जो छात्रों द्वारा उन्नत की गई नई तकनीकों को बढ़ावा देते है।

एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक डा मनोज पांडेय ने कहा कि टेक्नोवेट-2025 में क्लाउड कंप्यूटिंग और सुरक्षा, एआई, मशीन लर्निंग, आईओटी, ड्रोन प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा और कृषि में स्वचालन, वीएलएसआई, एम्बेडेड सिस्टम, सिग्नल सिस्टम, संचार, औद्योगिक और उत्पादन, ऊर्जा, थर्मल, ऑटोमोटिव, ड्रोन प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रिक वाहन, पावर सिस्टम, टिकाऊ निर्माण सामग्री, अपशिष्ट प्रबंधन, भवन और संरचनाओं में सॉफ्टवेयर अनुप्रयोग, स्मार्ट स्वास्थ्य निगरानी और संबंधित इंजीनियरिंग डोमेन से संबंधित परियोजनाएं प्रदर्शित की गई है।

प्रदर्शन पर मौजूद प्रोजेक्टों में एमिटी विश्वविद्यालय के बी.टेक (सिविल इंजीनियरिंग) के छात्रों मोहम्मद इशान अब्दुल्ला, वात्सल्य और ऋषभ कृष्ण द्वारा विकसित ‘‘रीसाइकिल फाइबर का उपयोग करके प्रबलित कंक्रीट’’ शामिल है। जिसमें उन्होंने रबर टायर से पुनर्नवीनीकरण स्टील फाइबर को शामिल करके फाइबर-प्रबलित कंक्रीट विकसित किया है, जो टायर-कचरे और प्रदूषण को संबोधित करते हुए यांत्रिक गुणों में सुधार करते हुए एक पर्यावरण अनुकूल विकल्प प्रदान करता है। एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नेालॉजी के बी.टेक (ईईई) के छात्र सूर्य प्रताप सिंह राणा और शोर्य सिंह राणा ने एक ‘‘स्मार्ट इलेक्ट्रिक स्कूटर’’ विकसित किया है, जिसमें दक्षता और उपयोगिता बढ़ाने के लिए कई प्रमुख तकनीकों को शामिल किया गया है।

एमिटी विश्वविद्यालय के कुणाल शर्मा, हितेश और वांगमयी शारदा, बी.टेक (आईटी) के छात्रों द्वारा “शहरी क्षेत्रों के लिए आईओटी सक्षम स्मार्ट लाइटिंग” नामक एक परियोजना विकसित की गई है। स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम सड़क और फुटपाथ की लाइटिंग को कुशलतापूर्वक नियंत्रित करने के लिए गति और अल्ट्रासोनिक सेंसर का उपयोग करता है। यह स्वचालित दृष्टिकोण ऊर्जा दक्षता और सार्वजनिक सुरक्षा को बढ़ाता है, यह सुनिश्चित करके कि रोशनी केवल तभी काम करती है जब ज़रूरत होती है, जिससे ऊर्जा की बचत होती है। एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नेालॉजी के बी.टेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) के छात्रों कृष्णेंदु बसु और मोहम्मद हैदर मिर्ज़ा ने “एकल सिलेंडर 4-स्ट्रोक इंजन को 6-स्ट्रोक इंजन में बदलना” नामक एक नवाचार विकसित किया है, जिसमें थर्मल दक्षता में सुधार और ईंधन के उपयोग और उत्सर्जन को कम करने के लिए दो अतिरिक्त स्ट्रोक जोड़े जाते हैं।

टेक्नोवेट-2025 के दौरान प्रदर्शित किए जा रहे अन्य नवाचारों में “पोर्टेबल वेंटिलेटर के लिए पीएसए का उपयोग करके आपातकालीन उपयोग ऑक्सीजन जनरेटर का एआई और एमएल आधारित डिजाइन”, “दृष्टिबाधित लोगों के लिए स्मार्ट नेविगेशन सिस्टम”, “स्वचालित पॉलीहाउस जलवायु नियंत्रण प्रणाली”, “यातायात दुर्घटनाओं और मृत्यु दर को कम करने के लिए डिजाइन और गहन शिक्षण तकनीक” और कई अन्य शामिल हैं। छात्रों की रचनात्मकता, कौशल और अभिनव विचारों को पहचानने और स्वीकार करने के लिए, समापन सत्र के दौरान विजेता टीमों को पुरस्कार वितरित किए जाएंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button