सेवा सदन गाजियाबाद में पहली दिसम्बर से चल रहे आयुर्वेदिक पद्धति से शारीरिक जांच शिविर के छठवें दिन भी काफी लोगों ने कराई जांच
On the sixth day of the physical check-up camp with Ayurvedic method running from December 1st in Seva Sadan Ghaziabad, many people got themselves checked.

PTG NEWS| आयुर्वेदिक पद्धति द्वारा शरीर की संपूर्ण जांच का शिविर सेवा सदन प्रांगण ,5 सत्यम एन्क्लेव जी टी रोड गाजियाबाद पहली दिसम्बर से चल रहा है । इस मौके पर बड़ी संख्या में लोगों ने अपने स्वाथ्य की जांच कराई , सेवा सदन के महामंत्री चौधरी मंगल सिंह ने बताया कि हमारा मिशन 125 वर्ष स्वस्थ जीवन स्वस्थ भारत है जहाँ तक 125 वर्ष तक जीवित रहने की बात है तो यदि हम सांस पानी और भोजन तीनों आयामों को समझ लें तो हम 125 वर्ष तक ही क्या आगे भी स्वस्थ जीवित रह सकते हैं, जहां तक बात सांस की करते हैं तो हम आलस से वशीभूत होकर छोटा सांस लेते हैं जबकि प्रकृति ने हमें बड़ा सांस लेने की मशीन प्रदान की है ,बहुत अधिक समय तक केवल छोटा सांस लेने की वजह से हमारे लंग्स सिकुड़ जाते हैं जिसकी वजह से वह पूरा कार्य नहीं करते तथा हमारे शरीर में ऑक्सीजन की कमी हमेशा बनी रहती है यदि हम आधा घंटा डीप ब्रीथिंग कर लें, तो हम 24 घंटे के लिए रिचार्ज हो सकते हैं, जहां तक बात पानी की है,तो पानी हमारे शरीर को 75% तक प्रभावित करता है , जो भी पानी हम पीते हैं ना तो उसे कभी चैक करते हैं और ना ही कितना पानी पीना है , विषय पर विचार करते हैं, जिसकी वजह से शरीर में हमेशा पानी की कमी बनी रहती है, तथा शरीर के अंदर जमा हुए टॉक्सिंस बाहर नहीं निकल पाते ,जब से हमारे देश में आर ओ का चलन हुआ है तब से आर ओ मशीन ने पानी का टी डी एस ब हुत कम कर दिया है ,जिसकी वजह से पीने का पानी एसिडिक हो जाता है जो कि हमारी पेन क्रिया ,लीवर, किडनी,तथा शरीर के अन्य भागों को धीरे धीरे नुकसान पहुंचाता रहता है जिसके कारण से कुछ समय बाद हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती जाती है , जिससे हम स्वास्थ्य के मामले में धनवान होते हुए भी कंगाल की तरह जीवन व्यतीत करने लगते हैं जहां तक बात भोजन की है तो किसान जो अनाज व सब्जियां /भोजन पैदा करता है वह उसमें अत्यधिक कीटनाशकों का प्रयोग करता है जिसकी वजह से हमारे खाने की चीजों में भी जहर आ जाता है, जिसे हम कह सकते हैं कि हम खाने के साथ-साथ धीमा जहर भी खा रहे हैं जिसकी वजह से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता दिन प्रतिदिन कम होती जाती है, यही कारण है हमें बुखार ,खांसी जुकाम फीवर ,तथा कोरोना जैसी महामारी घेर लेती है ,अतः स्वस्थ जीने के लिए हमें तीनों पर काम करना होगा, सांस, पानी ,व भोजन,। किन्हीं कारणों से यदि हम बीमार पढ़ जाते हैं तो बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए हमें ऑर्गेनिक सेवा सदन द्वारा निर्मित आयुर्वेद जड़ी बूटियों जैसे कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए ,गिलोय अमृत काढा, पेट में गैस बनती है तो अमृत गैस हर चूर्ण ,पेट की कब्ज को ठीक करने के लिए ,अमृत पंचशील चूर्ण,अमृत मधुयश्ठियादी चूर्ण,अमृत त्रिफला चूर्ण, पेट खराब होने पर बिल्बफ्लादी चूर्ण, शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए अमृत गौक्षुरादि केप्सूल , मधुमेह को ठीक करने के लिए अमृत मधुमेह नाशक काढ़ा, किसी भी प्रकार के बुखार को दूर करने के लिए अमृत जवारान्तर काढ़ा, महिलाएं में लिकोरिया जैसी बीमारी को दूर करने के लिए अमृतलिकोरेक्स चूर्ण ,पथरी को काटने के लिए अमृत पथरी नाशक चूर्ण, नशा छुड़ाने के लिए अमृत सदाबहार चूर्ण, सफ़ेद दाग के लिए अमृत स्वेतकुष्ठ लेपन आदि का सहारा लेना चाहिए,
इस मौके पर सेवा सदन के सभी सेवाभावी गीता चौधरी, मोनिका जैन सुनीता , ,सोनिया जैन, संजू कुमारी,अमिल अहमद, श्रवण कुमार
तथा आयुर्वेदिक जांच शिविर में मौजूद अनेक सदस्य मौजूद रहे ।