श्रीमद भागवत कथा में गोवर्धन पूजा के आध्यात्मिक पक्ष का वर्णन किया गया
The spiritual side of Govardhan Puja is described in Shrimad Bhagwat Katha.
PTG NEWS| दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा सेक्टर-43, छलेरा, नोएडा, उत्तर प्रदेश में श्रीमद्भागवत कथा में गोवर्धन पूजा प्रसंग का वर्णन करते हुए साध्वी कांलिदी भारती जी ने कहा कि गो शब्द का अर्थ है गाय और वर्धन का तात्पर्य है बढ़ाना अर्थात् गाय का संवर्धन करना। गोवर्धन पूजा से सम्बंधित साध्वी जी ने गौ का रक्षक एवं वर्धन के मर्म को समझाते हुए आध्यात्मिक पक्ष में गोवर्धन गाथा को सबके समक्ष रखा। इसी के अंतर्गत उन्होंने संस्थान के प्रकृति संरक्षण कार्यक्रम ‘संरक्षण’ की चर्चा करते हुए बताया कि आज अनेक आयोजनों द्वारा समाज में प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूकता लाई जा रही है। नीरज शेखर ,साँसद राज्यसभा, एवं सुरेन्द्र सिहँ नागर ,.साँसद राज्यसभा ने दीप प्रज्वलित कर कथा का शुभारंभ कराया, साथ मे मुख्य यजमान डा.वी.एस.चौहान चैयरमैन प्रकाश हास्पिटल नौएडा,कथा सँयोजक करतार सिहँ चौहान एवं मानसिहँ चौहान, पू. मँत्री मदन चौहान, मिडिया प्रभारी मुकुल वाजपेयी ठा.एन.पी.सिहँ, अध्यक्ष डी.डी.आ र.डब्ल्यू,नौएडा, विनोद शर्मा सम्पादक, नौएडा खबर,महेश अवाना, राजकुमार चौधरी,चेतन चौहान,लायन विनय सिसोदिया आदि काफी सँख्या मे भक्तगण उपस्थित रहे।